Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2021 · 1 min read

पठतु संस्कृतं नित्यं वदतु संस्कृतं सदा।

पठतु संस्कृतं नित्यं वदतु संस्कृतं सदा।
कृत्वा जीवनं सरसं सानन्दं भवतु सर्वदा।।
चिन्तयतु संस्कृतं नित्यं लिखतु संस्कृतं सदा।
गायतु संस्कृतं नित्यं सरला सरसा मनोहरा।।

🖋 निकेश कुमार ठाकुर
सं०-9534148597

Language: Sanskrit
6 Likes · 4 Comments · 566 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संत गाडगे संदेश 5
संत गाडगे संदेश 5
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
Dr Manju Saini
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
Dr MusafiR BaithA
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
बोगेनविलिया
बोगेनविलिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
Pratibha Pandey
क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो
क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो
'अशांत' शेखर
23/38.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/38.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"फासला और फैसला"
Dr. Kishan tandon kranti
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
फाग (बुंदेली गीत)
फाग (बुंदेली गीत)
umesh mehra
हुईं वो ग़ैर
हुईं वो ग़ैर
Shekhar Chandra Mitra
विकास
विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मंजिलें
मंजिलें
Santosh Shrivastava
अपनी मर्ज़ी के
अपनी मर्ज़ी के
Dr fauzia Naseem shad
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दोहे एकादश...
दोहे एकादश...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
Ranjeet kumar patre
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
Anil chobisa
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
कुछ बात थी
कुछ बात थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
Phool gufran
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
सजल नयन
सजल नयन
Dr. Meenakshi Sharma
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Jay shri ram
Jay shri ram
Saifganj_shorts_me
सुबह-सुबह उठ जातीं मम्मी (बाल कविता)
सुबह-सुबह उठ जातीं मम्मी (बाल कविता)
Ravi Prakash
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
Yogendra Chaturwedi
Loading...